तुलसी के ऐसे फायदे जिसे जानकर आप भी हो जाएगें हैरान

तुलसी क्या है

तुलसी एक औषधीय पौधा है, हिंदू धर्म में इस पौधे का विशेष महत्व है। तुलसी के धार्मिक महत्व को देखते हुए कई घरों में इसकी पूजा की जाती है। वर्तमान समय में तुलसी के गुणों और उपयोग को लेकर तमाम तरह के शोध किये जा रहे हैं और अनेक शोध आयुर्वेद में लिखे इसके गुणों की पुष्टि करते हैं।

आयुर्वेद में तुलसी दो प्रकारों के बारे में बताया गया है : हरी तुलसी (राम तुलसी) और काली तुलसी (कृष्ण तुलसी)। वर्तमान समय में कई बीमारियों के घरेलू उपायों के रुप में तुलसी का उपयोग प्रमुखता से किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि माना जाता है की घर में इस पौधे के होने से सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है । इस पौधे में विटामिन और खनिज भरपूर मात्रा में पाए जाते है। तुलसी का पौधा घर में लगाने से मलेरिया वाले मच्छर दूर भागते हैं।

तुलसी के औषधीय गुण

आयुर्वेद में तुलसी के पौधे को औषधीय गुणों का खजाना माना गया है । इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी तथा एंटीबैक्टीरियल गुण पाये जाते हैं इसका उपयोग दशकों से घरेलू उपचार के रूप में किया जाता आ रहा है तुलसी में विटामिन तथा खनिज का भंडार है , इसमें मुख्य रुप से विटामिन सी, कैल्शियम, जिंग, आयरन और क्लोरोफिल पाए जाता हैं । इसके अलावा इसमें साइट्रिक  टारटरिक तथा मैलिक एसिड भी पाया जाता है । तुलसी सिर्फ एक पौधा नहीं बल्कि जड़ी – बूटी के रूप में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है । रात को यह पौधा ऑक्सीजन का उत्सर्जन करता है ।

तुलसी के उपयोग

तुलसी के पौधे का हर हिस्सा गुणकारी है। सेवन के लिहाज से तुलसी की पत्तियों का इस्तेमाल ज्यादा किया जाता है जबकि आयुर्वेद में तुलसी के बीजों और फूलों के फायदों के बारे में भी बताया गया है। आप तुलसी की पत्तियों को सीधे चबाकर खा सकते हैं या इन्हें चाय में डालकर उबालकर इसका इसका सेवन भी कर सकते हैं। तुलसी की पत्तिर्यों को सुखाकर इसे अच्छे से स्टोर कर लें तो इसे कई दिनों तक उपयोग में लाया जा सकता है। आजकल बाज़ार में तुलसी स्वरस, तुलसी चूर्ण, तुलसी कैप्सूल और टैबलेट, तुलसी क्वाथ और तुलसी अर्क आसानी से उपलब्ध हैं। आप अपनी सुविधानुसार इनमें से किसी का भी उपयोग कर सकते हैं।

तुलसी की पत्तियों को सबसे ज्यादा गुणकारी माना जाता है। इसकी पत्तियों का चूर्ण बनाकर और बीज का प्रयोग भी किया जा सकता है। तुलसी की पत्तियों को सीधे खा भी सकते है ।

तुलसी के फायदे

बरसों से तुलसी ख़ास जड़ी-बूटियो में से एक माना जाता है, तुलसी के फ़ायदे एक नहीं बल्कि अनगिनत है इसलिए इसे आयुर्वेद में संजीवनी बूटी के समान माना जाता है तुलसी के पत्ते खाने से इम्यून्टि सिस्टम मज़बूत रहता हैं । तुलसी शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाती है साथ ही कई बीमारियों से बचाव भी करती है । तो आइए तुलसी के फायदे के बारे में विस्तार से जानते हैं ।

खाली पेट तुलसी के पत्ते खाने से फायदे

खाली पेट तुलसी के पत्ते खाने से आपके आंतरिक स्वास्थ्य तथा बाहरी दोनों तरफ से फायदे हो सकते हैं बरसों से तुलसी के पत्तों के उपचार के लिए जड़ी-बूटी माना जाता है  तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो  संक्रमण से लड़कर हमारे शरीर मजबूत बनाता है साथ ही तुलसी के पत्ते सूजन दूर करने तथा तनाव दूर करने में भी मदद कर सकते हैं ।

सर्दी-खाँसी में तुलसी के फ़ायदे

अगर आपको सर्दी-खाँसी, जुकाम है तो तुलसी का काढा बनाकर पीने से आराम मिलता है तुलसी में मौजूदा कैम्फिन, सिनेओल और यूजेनॉल छाती में ठंड और जमाव को कम करने में मदद करता है तुलसी की पत्तियों थोड़ी-थोड़ी देर में अदरक के साथ चबाने से ख़ासी-जुखाम में राहत मिलती है ।

काढा तैयार करने के लिए तुलसी के साथ काली मिर्च, लौंग तथा गुड़ मिलाकर काढा तैयार किया जाता है आप इसमें थोड़ी मात्रा में नमक भी डाल सकते हैं ।

तनाव से मुक्ति

तुलसी में एंटी-स्ट्रेस गुण पाए जाते हैं जो तनाव को कम करने में हमारी मदद करते हैं ।
और मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर और डोपामिन को संतुलित करते हैं ।

हाल के अध्ययनों से पता चला है, कि तुलसी की पत्तियां तनाव से मुक्त रखती है तनाव में रहने वाले व्यक्ति को तुलसी की पत्तियों का सेवन करना चाहिए, यहाँ तक कि स्वस्थ व्यक्ति भी तनाव को रोकने के लिए इन पत्तियों का सेवन कर सकते हैं । तुलसी की पत्तियों के साथ-साथ आप तनाव को दूर करने के लिए कुछ योग का भी अभ्यास कर सकते हैं जिससे व्यक्ति को तनाव से दूर रहने में बहुत मदद मिलती है ।

वज़न कम करने में

तुलसी का रस शरीर का  के साथ बीएमआई और शरीर में इन्सुलिन को नियंत्रित करता है । तुलसी के पत्ते आपके वज़न को कम करने में मदद करते हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि सिर्फ़ तुलसी के पत्तों का अर्क पीने से आपका सारा वज़न कम हो जाएगा आपको थोड़ी एक्सरसाइज भी करनी पड़ेगी । तुलसी के पत्तों में लाभकारी गुण होते हैं जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने में मदद करती है कुछ शोंधो के अनुसार पता चला है कि तुलसी कॉलेस्ट्रोल की इस स्तर को कम करने में सहायक होती हैं । ये मुख्य कारक हैं, जो वजन बढ़ाने का कारण बन सकते हैं। यह कोर्टिसोल को भी कम करता है जिसे तनाव हार्मोन के रूप में जाना जाता है और इससे वजन भी बढ़ सकता है और इसका इलाज करने के लिए वजन कम करने के लिए तुलसी का पानी पी सकते हैं।

गुर्दे की पथरी में

तुलसी शरीर को डिटॉक्सीफाई करती है यह शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को कम करता है, जो किडनी में पथरी बनने का मुख्य कारण है। जो लोग गुर्दे की पथरी से पीड़ित हैं उन्हें इससे आसानी से छुटकारा मिल जाएगा। इसके लिए बस 3 से 4 चम्मच तुलसी के पत्तों के रस में शहद मिलाएं और इसे कम से कम 2 से 3 महीने तक पिएं और आपके गुर्दे की पथरी आपके शरीर से प्राकृतिक रूप से बाहर निकल जाएगी।

हृदय रोग के लिए

कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के लिए तुलसी के पत्ते बेहद फायदेमंद होते हैं। इसलिए, तुलसी के पत्ते दिल के दौरे की संभावना को कम करने और जीवन के लिए लाभदायक है। जीवन के लिए खतरा बनने से पहले ऐसी गंभीर घटना को रोकने के लिए अद्भुत है तुलसी के एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण हृदय रोगों के उपचार और रोकथाम पर गहरा प्रभाव पड़ता है ।

पाचन में सुधार

पेट से संबंधित विकारों जैसे सूजन दर्द और भारीपन को ठीक करने के लिए तुलसी के पत्ते बेहद खूबसूरती से काम करते हैं, तुलसी पाचन तंत्र को मजबूत करने में तथा पाचन के लिए जरूरी गैस्ट्रिक जूस को जारी करने के लिए शरीर को उत्तेजित करती है जिससे पाचन आसानी से होता है यह लीवर को डिटॉक्स करने में भी मदद करती है तुलसी के पत्तों के अर्क का सेवन फायदेमंद होता हैं ।

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए

इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए तुलसी के पत्ते बहुत फायदेमंद होते हैं प्राचीन काल से ही तुलसी के पत्ते हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए अद्भुत होते हैं यह हमारे शरीर में एंटीबॉडी के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करते हैं जो हमारे सिस्टम को शरीर में संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। तुलसी विटामिन सी और जिंक से भरपूर होती है यह एक प्राकृतिक प्रतिरक्षा बूस्टर के रूप में कार्य करता है और संक्रमण को दूर रखता है इसमें अत्यधिक एंटीबैक्टीरियल एंटीवायरस तथा एंटीफंगल गुण होते हैं जो हमें कई तरह के संक्रमण से बचाते हैं ।

त्वचा और बालों के लिए

तुलसी त्वचा के दाग धब्बे और मुंहासों को दूर करने में मदद करती है यह एंटी ऑक्सीडेंट में समृद्ध है त्वचा के संक्रमण से छुटकारा पाने के लिए तुलसी के पत्तों का पेस्ट बनाना होगा (पेस्ट बनाने से पहले तुलसी के पत्तों को पानी से धोना ना भूले) इस पेस्ट को संक्रमित जगह पर लगाएं तथा 10 मिनट बाद ठंडे पानी से मुंह धो ले । ऐसे ही कुछ दिनों तक पेस्ट को संक्रमित वाली जगह पर लगाने की जरूरत है और फिर आपको परिणाम दिखाई देगा ।

तुलसी में एंटी फंगल गुण होते हैं जो बालों में फंगस और डैंड्रफ के विकास को रोकते हैं, बालों को झड़ने से रोकने के लिए तुलसी के तेल का भी उपयोग किया जा सकता है।

कान दर्द में तुलसी के फायदे

कान में दर्द के लिए तुलसी बहुत ही दिव्य औषधि है तुलसी के पत्तों का रस निकालकर 4 बूंद कान में डालें ऐसा करने से कान दर्द की समस्या तुरंत दूर हो जाएगी ।

50 ग्राम तिल के तेल में 20-25 ग्राम तुलसी की पत्ती को धीमी आंच पर पका लें जब वह पूरी तरह पक जाए तो उसे छानकर रख लें और ठंडा हो जाने पर उस तेल को कान में डालें आप इसे लंबे समय तक रख सकते हैं ।

मुख और दातों के लिए

तुलसी के पत्तों को चबाने से मुंह की दुर्गंध को दूर किया जा सकता है तुलसी की कुछ सूखी पत्तियों को सरसों के तेल में मिलाकर मुंह धोने से दुर्गंध की समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी, यह उपाय पायरिया में भी उपयोगी है तुलसी का उपयोग अक्सर हर्बल टूथपेस्ट में किया जाता है और यह केवल इसके अद्भुत दांतों और मसूड़ों को मजबूत करने वाले गुणों के कारण होता है मुंह के छालों में भी तुलसी बहुत लाभदायक है।

निष्कर्ष

तुलसी का पौधा आज के समय में हर घर के आंगन या छत पर देखने को मिलता है, यह औषधीय गुणों से भरी होती हैं तुलसी 24 घंटे  ऑक्सीजन का उत्सर्जन करती है।  ठंड के दिनों में तुलसी का चाय या काढा बनाकर पीने से बहुत लाभ मिलते हैं

तुलसी के पत्तों के साथ, बहुत से लोग अपनी स्वास्थ्य समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। यदि आपको लगता है कि ये घरेलू उपचार फायदेमंद हैं तो आप इन अद्भुत घरेलू उपचारों को अपने परिवार और दोस्तों के साथ साझा कर सकते है ।

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